Headline
शुभमन गिल बने भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान
शुभमन गिल बने भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान
महाराज ने मृतक के शव के साथ अमानवीय हरकत का लिया संज्ञान
महाराज ने मृतक के शव के साथ अमानवीय हरकत का लिया संज्ञान
एक जून से खुलेगी विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी, ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत
एक जून से खुलेगी विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी, ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन का शिक्षा माफियाओं पर प्रहार जारी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन का शिक्षा माफियाओं पर प्रहार जारी
केरल में मानसून ने रिकॉर्ड समय से पहले दी दस्तक, मौसम विभाग ने जताई भारी बारिश की संभावना
केरल में मानसून ने रिकॉर्ड समय से पहले दी दस्तक, मौसम विभाग ने जताई भारी बारिश की संभावना
हेमकुंड साहिब यात्रा का शुभारंभ: पंज प्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं का जत्था रवाना,
हेमकुंड साहिब यात्रा का शुभारंभ: पंज प्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं का जत्था रवाना,
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज में कोई रुकावट नहीं- डॉ. आर. राजेश कुमार
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज में कोई रुकावट नहीं- डॉ. आर. राजेश कुमार
“ग्रामीण पर्यटन का सफल उदाहरण बना रुद्रप्रयाग का सारी गांव”
“ग्रामीण पर्यटन का सफल उदाहरण बना रुद्रप्रयाग का सारी गांव”
क्या आप भी हैं पैरों के तलवों में दर्द से परेशान? तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगी राहत
क्या आप भी हैं पैरों के तलवों में दर्द से परेशान? तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगी राहत

अल्मोड़ा बस हादसा- माता-पिता को खोने वाली मासूम शिवानी की देखभाल की जिम्मेदारी उठाएगी धामी सरकार 

अल्मोड़ा बस हादसा- माता-पिता को खोने वाली मासूम शिवानी की देखभाल की जिम्मेदारी उठाएगी धामी सरकार 

बस हादसे से हृदय को पहुंचा गहरा आघात- सीएम धामी 

अल्मोड़ा। बस हादसे में अपने माता-पिता को खोने वाली मासूम शिवानी की देखभाल की जिम्मेदारी धामी सरकार उठाएगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अल्मोड़ा के मार्चुला में हुए बस हादसे से हम सभी के हृदय को गहरा आघात पहुंचा है।

सीएम धामी ने कहा कि इस कठिन समय में हमारी सरकार ने दुर्घटना में अपने माता-पिता को खोने वाली शिवानी बिटिया की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है, ताकि वह जीवन में आगे बढ़कर स्वयं और माता-पिता के सपनों को साकार कर सके।

सीएम ने कहा कि इस दु:खद घटना में जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। एक मुख्यसेवक और परिवार के सदस्य के रूप में, मैं इस पीड़ा को समझता हूं। हमारा कर्तव्य है कि ऐसे विपरीत समय में एकजुट होकर प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करें और उनके जीवन को पुनः स्थिरता देने में अपना योगदान दें।

अस्पताल में भर्ती चार साल की मासूम के बिलखने और बार-बार मम्मी-मम्मी पुकारने की आवाज हॉस्पिटल कर्मियों को भावुक कर रही थी। किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि उस मासूम को कैसे बताएं कि जिन्हें वह बुला रही है वह कभी लौटकर नहीं आएंगे। मरचूला हादसे ने उसके सिर से मां-पिता का साया छीन लिया है। बच्ची की देखरेख के लिए उसके नाना हरिकृष्ण नेगी, नानी सुशीला देवी अस्पताल पहुंच गए हैं। दोनों अपने बेटी-दामाद को खोने का गम छुपाए अपनी नवासी की तीमारदारी में लगे हैं।

नानी बार-बार आंचल से अपने आंसू पोछती दिखी। शाम करीब साढ़े तीन बजे बच्ची को रामनगर अस्पताल से एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया है। शिवानी के पिता मनोज रावत रामनगर में उद्यान विभाग के अंतर्गत फल संरक्षण में ट्रेनिंग सुपरवाइजर पद पर कार्यरत थे और मां चारू रावत गृहिणी थीं।

रावत दंपती रामनगर में ईदगाह रोड पर आस्थान के फ्लैट में अपनी बेटी शिवानी के साथ किराये पर रहते थे। बच्ची अस्पताल में बार-बार अपनी मां को पूछ रही थी। अस्पताल कर्मी किसी तरह उसे दिलासा दे रहे थे।

बच्ची के नाना ने बताया कि सभी लोग गांव में दिवाली मनाने आए थे। त्योहार के बाद सभी रामनगर जा रहे थे। मेरे दामाद के पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी, गांव में उनकी मां मालती देवी हैं। त्योहार के बाद बेटी और दामाद कभी घर नहीं लौटेंगे, ऐसा सोचा नहीं था। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top