Headline
जातीय जनगणना पर कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यशाला, राहुल गांधी ने दी वैचारिक दिशा
जातीय जनगणना पर कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यशाला, राहुल गांधी ने दी वैचारिक दिशा
शुभमन गिल बने भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान
शुभमन गिल बने भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान
महाराज ने मृतक के शव के साथ अमानवीय हरकत का लिया संज्ञान
महाराज ने मृतक के शव के साथ अमानवीय हरकत का लिया संज्ञान
एक जून से खुलेगी विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी, ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत
एक जून से खुलेगी विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी, ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन का शिक्षा माफियाओं पर प्रहार जारी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन का शिक्षा माफियाओं पर प्रहार जारी
केरल में मानसून ने रिकॉर्ड समय से पहले दी दस्तक, मौसम विभाग ने जताई भारी बारिश की संभावना
केरल में मानसून ने रिकॉर्ड समय से पहले दी दस्तक, मौसम विभाग ने जताई भारी बारिश की संभावना
हेमकुंड साहिब यात्रा का शुभारंभ: पंज प्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं का जत्था रवाना,
हेमकुंड साहिब यात्रा का शुभारंभ: पंज प्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं का जत्था रवाना,
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज में कोई रुकावट नहीं- डॉ. आर. राजेश कुमार
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज में कोई रुकावट नहीं- डॉ. आर. राजेश कुमार
“ग्रामीण पर्यटन का सफल उदाहरण बना रुद्रप्रयाग का सारी गांव”
“ग्रामीण पर्यटन का सफल उदाहरण बना रुद्रप्रयाग का सारी गांव”

पिरूल के मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि से स्थानीय लोगों को मिल रहा आजीविका का नया अवसर

पिरूल के मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि से स्थानीय लोगों को मिल रहा आजीविका का नया अवसर

सीएम धामी के नेतृत्व में पूरे प्रदेश भर में संचालित है पिरूल लाओ, पैसे पाओ मिशन

धामी सरकार ने राज्य में वनाग्नि की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए पिरूल को जंगल से हटाने का फैसला लिया है

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मुख्य उद्देश्य जंगल की आग को रोकना और नियंत्रित करना है। सरकार की इस नई पहल में पिरूल को जंगल से हटाने के साथ- साथ स्थानीय लोगों की आय बढ़ाने की योजना है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर राज्य में ‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन को शुरू कर दिया गया है जिसके तहत पिरूल कलेक्शन सेंटर पर 50 रुपये प्रति किलो की दर से पिरूल खरीदे जाएंगे। जबकि इससे पहले पिरूल की कीमत काफ़ी कम 2 से 3 रुपए प्रति किलो थी।

पिरूल के मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि से राज्य में पिरूल के माध्यम से विभिन्न वस्तुओं को तैयार करने वाले काश्तकारों को भी इसका फायदा मिलेगा। एक और जहां वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाया जाएगा वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों के लिए भी यह आजीविका का नया साधन बनेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top